Smartsphone Ads Reality
लाखो का चुना लगा रहे आपको
एड्स के नाम पर स्मार्टफोन आपका पोपट बन रहे हैं आप टीवी में देखते हो कि मोबाइल फोन के के ऐड दिखाते हैं जिसमें आपको ब्राइटनेस स्पीड ब्राइटनेस 6000 नीड्स ब्राइटनेस की भी बात करते हैं पर रियलिटी है की पूरी डिस्प्ले कभी 6000 nits ब्राइटनेस नहीं जा सकते डिस्प्ले का कुछ ही भाग मतलब थोड़ा ही भाग इतने ब्राइटनेस हो सकती है पूरे में नहीं हो सकती ब्राइटनेस में दूसरी आपको प्राइस मोबाइल फोन के कैमरे को डीएसएलआर से कंपेयर करके बताते हैं पर रियलिटी है कि मोबाइल फोन एक लीजेंड कैमरामैन को हायर करते हैं उस फोटो करके एक की सारी फोटो खिंचवाकर फिर एक फार्म पर साइन करवाते हैं फिर फोटो को इनको देते हैं कंपनी वाले को
दूसरी बात फोनों के ऐड में दिखाते हैं 16GB रैम 18gb रैम पर रियलिटी है यह रैम पूरी होती नहीं है फोन खोल कर देख लेना कभी भी जैसे एड्स के अंदर दिखाई जाती है 16GB रैम तो 8GB virtual ram होती है और 8GB physical ram होती है आप गर्लफ्रेंड virtual बना सकते हो पर फोन में virtual का क्या काम है vritual ram का बेसिकली काम क्या होता है आपके मोबाइल फोन की जो स्टोरेज है ना उसको थोड़ा सा कम कर देती है इससे मोबाइल फोन में एक दो एप्लीकेशन को बैकग्राउंड में खुले रहने का मदद करेगा आपके मोबाइल फोन की कंपनियां डीएसएलआर से फोटो लेकर आपको दिखाती है और बताती है किसी फोन से खींचा हुआ पर रियलिटी ऐसा कुछ नहीं है धोखे में वह खुद स्टूडियो को बुक करती है उनसे कांटेक्ट साइन करवाती है वह सेटअप बनाकर फोटो फोटो क्लिक करके उनसे भाई करती है फोटो और फिर अपलोड करती अपनी वेबसाइट पर ऐड बनाकर आपको दिखाते हैं
Comments
Post a Comment